बाबुली में यह विश्वास किया जाता है विश्व रचना देवी तथा देवता के मध्य टकराव का नतीजा है। मार्दुक तियामत नामक देवी पर विजयी हुआ तथा उसके शरीर से आकाश तक पृथ्वी को बनाया। फारसी लोगों का अपना अलग दृष्टिकोण है कि यु( के मैंदान में निरंतर टकराव होता रहा "आरमाज्ड'' तथा "आरिमान'' के मध्य, फलस्वरूप अरमाज्ड जो अच्छाई का देवता है विजयी हुआ। परंतु इसराएलियों का दृष्टिकोण सृष्टिकर्ता के लिये बिल्कुल भिन्न हैं क्योंकि वे मानते हैं कि परमेश्वर एक मात्र सृष्टिकर्ता है। उसी के द्वारा सम्पूर्ण सृष्टि की रचना की गयी है।
"परमेश्वर ने प्रारम्भ में आकाश और पृथ्वी को रचा.......... और देखो वह बहुत अच्छी थी।'' इसरायिलियों द्वारा सम्पूर्ण प्रकृति के परमेश्वर की महान रचना माना गया है। इनका दृष्टिकोण में सृष्टिकर्ता को शक्तिशाली सम्पूर्ण प्रकृति को नियंत्रण करने वाला माना गया है। साथ ही इसरायिलियों का विचार था कि परमेश्वर प्रकृति के माध्यम से आश्चर्य कर्म करता है, जैसे "जलती हुई झाड़ी का प्रकाशन''। परमेश्वर सम्पूर्ण प्रकृति अपने ज्ञान के द्वारा नियंत्रण रखता है।
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