Thursday, January 8, 2009

"ए गाइड टू द साम्स'' में भजन संहिता का लेखक संग्रह काल को ८०० वर्षों में पूरा होना बताते हैं


"जान हरग्रीवेस नामक विद्वान अपनी पुस्तक "ए गाइड टू द साम्स'' में भजन संहिता का लेखक संग्रह काल को ८०० वर्षों में पूरा होना बताते हैं वह ४ प्रकार से तिथिवार विभाजित करते हैं।''१. १००० से ९००० ई. पू. का कालः भजन ३-४१ यरूशलेम के चारों ओर से क्षेत्रवार एकत्रित किय गया इसमें दाउद लिखित भजन भी सम्मिलित हैं।
२. ६५० ई. पू. का कालः भजन ४२-८९ इस समय एकत्रित किये गये इन भजनों में "माहवे'' शब्द के स्थान पर
एलोहीम शब्द का प्रयोग परमेश्वर हेतु किया गया है। इसके साथ ही अन्य व्यक्तिगत नामों का प्रयोग किया गया है।
३. ४६० ई. पू. का कालः जब इसरायिली बंधुवाई से लौटकर आये मुख्यतः धार्मिक कार्यों तथा
त्योहारों में प्रयोग करने हेतु। इनमें तीन प्रकार के भजन हैं।
अ। ११३-११८ स्तुतिभजन-फसह पर्व, पंतिवुस्त तथा तंबुपर्व हेतु।

ब. १२०-१३४ उदीयमान भजन-उक्त पर्वों के पूर्व प्रयोग में लिये जाते थे।

स . हलिलूयाह या ईश स्तुति भजन १४५-५०

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