स्वयं दाउद के शीर्षक युक्त भजनों को भी दाउद की रचना नहीं कही जा सकती है क्योंकि ''दाउद का भजन कार होना उस लोकप्रिय विश्वास से साम्य नहीं दर्शाता जहां शमूएल तथा राजाओं की पुस्तकों में से एक योद्धा के रूप में दर्शाया गया है।''३ दाउद का लेखक न होने के प्रति एक और तर्क इस आधार पर दिया जा सकता कि ला दाविद, दाउद का आरोपण से ही यह नहीं समझना चाहिये कि उक्त भजन दाउद द्वारा लिखा गया, परंतु ऐसा भी संभव है कि यह भजन राजकीय रूप में दाउद की स्तुति में किसी इसरायली द्वारा लिखा गया हो।
Friday, January 2, 2009
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