भजनों के लिखने वालों में कई प्रकार के लोग है। दाउद भी भजनों का रचियता है परन्तु केवल दाउद को ही सब भजनों का लेखक मानना तर्कसंगत नहीं है। यद्यपि लगभग ७३ भजनों में दाउद का नाम दिया गया है। इसमें सुलैमान तथा मूसा द्वारा लिखित भजन पाये जाते हैं क्रमशः ७२, १२७ तथा ९० भजन। यद्यपि विद्वानों द्वारा दाउद का लेखक होने को चुनौती दी गयी है। भजन ५०, एवं ७३-८० जिनका शीर्षक आसप का भजन है का लिखा हुआ माना जाता है। ÷÷श्?यद्यपि कई विद्वानों द्वारा यह स्वीकार किया गया है कि भजनों को साहित्य रूप में रचने का कार्य राजतंत्र अर्थात् दाउद से बंधुवाई के प्रारम्भ में किया गया।''२
Thursday, January 1, 2009
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